सद्गुरु अनिरुद्ध बापू पग-पग पर अपने भक्तों के साथ रहते ही हैं और आवश्यकतानुसार उचित व्यवस्था व पथप्रदर्शन करते ही रहते है, इसी आशय का अनुभव कथन कर रहे हैं श्री ओनिलसिंह धीर.
Aniruddha Bapu - Narration of personal experience by Capt. Oniel Dhir (Hindi) Source - AniruddhaBapuVideo |
0 comments :
Post a Comment